जलने दो
जलने दो हमें कि
जल जाने में भी एक मजा है |
मिट जाने दो हमें कि
हमारे मिटने के भी कई वजह है |
मत रोको हमें कि
आज हमें बहुत कुछ है करना ?
जमीन से आसमान का मिलन है करना!
हर बिछड़े को है मिलवाना !
जाने दो हमें कि
मत बांधों हमें किसी बंधन में कभी क्योंकि
हम खुद के न होके भी सबके हो लिए |
खुश रहे सभी, हमारी तो यही चाहत है |
तो क्या हुआ कि हम जल ही गए ,
विपरीत परिस्थिति की लपटों से
जो अगर रौशन है ये जहाँ,
तो जल जाने दो हमें कि
ऐसे जल जाने में भी एक अलग मजा है |